ग्रीवा बस्ती :
ग्रीवा बस्ती पंचकर्म चिकित्सा का ही एक भाग है। ग्रीवा बस्ती से गर्दन की मांसपेशियों में आराम मिलता है एवं उन मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करती है यह प्राय: गर्दन दर्द, सर्वाइकल आदि रोगो में इसके अच्छे परिणाम मिलते है |
कटि बस्ती :
कटि बस्ती पंचकर्म चिकित्सा का एक भाग है। इस चिकित्सा का एक भाग है। इस चिकित्सा पद्धति को कमर दर्द व कमर से होने वाले रोग जैसे : साइटिका, लम्बर स्पोंडिलोसिस आदि में दिया जाता है इससे कमर की मांसपेशियों मजबूत होती है एवं स्पाइन में सही तरीके से रक्त संचार होने से सभी प्रकार के दर्द में आराम मिलता है।
जानु बस्ती :
जानु बस्ती का प्रयोग घुटने के दर्द, घुटने के जोड़ में होने वाले दर्द ,घुटने के सूजन को कम करता है एवं घुटने को लिगामेंटस मजबूती प्रदान करता है कई बार रोगी को घुटने के ऑपरेशन से भी बचाया जा सकता है इस हेतु औषधीय समस्त तत्वो का निर्माण हमारे यहा के वरिष्ठ एवं अनुभवी चिकित्सा की देख - रेख में किया जाता है जो इस विषय के पारंगत एवं निपुण चिकित्सक है।
शिरोधारा :
शिरोधारा पंचकर्म चिकित्सा की एक अति महत्वपूर्ण एवं अदभुत चिकित्सा प्रध्दति है। इस चिकित्सा विधि द्वारा समस्त मानसिक रोग तथा मानसिक तनाव, अवसाद, अनिद्रा, अतिनिद्रा, स्मरण शक्ति का क्षीण हो जाना, नेत्र ज्योति, माइग्रेन, पार्किन्सन, पैरालिसिस एवं एल्जाइपर, मिर्गी, इत्यादि रोगो का उपचार शिरोधारा द्वारा किया जाता है। यह चिकित्सा पद्धति तंत्रिका तंत्र को प्रबल बनती है एवं होने बाले मानसिक रोगो से रक्षा करती है।
स्कन्ध बस्ती :
स्कन्ध बस्ती पंचकर्म चिकित्सा का ही भाग है। इस चिकित्सा पद्धति में कंधे से सबंधित बीमारी जैसे प्रोजन शोल्डर, कंधे की मांसपेशियों में दर्द, कंधे का बार - बार उतरना इत्यादि समस्याओं में स्कन्ध बस्ती करवाने से कंधे की मांसपेशियों मजबूत होती है कंधे में होने वाले दर्द में आराम मिलता है।
अक्षितर्पण :
नेत्र ज्योति नेत्रो से सबधित रोग दूर द्रष्टि, निकट द्रष्टि, आंखो में जाले आना, आंख में जलन होना, आंखो में पानी आना, आंखो में खुजली इत्यादि में अतिदर्पण लेने से काफी लाभ होता है एवं आंखो के ऑपरेशन से बचा जा सकता है | अपनी नेत्र ज्योति को बढ़ाया जा सकता है |
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